आदिवासियों का सिर्फ मुस्लिमाइजेशन नहीं हिंदुवाइजेशन और कृश्च्यनाइजेशन भी होते आया है:-AJSU नेता संजीव महतो’
आदिवासियों का सिर्फ मुस्लिमाइजेशन नहीं हिंदुवाइजेशन और कृश्च्यनाइजेशन भी होते आया है. और अब भी हो रहा है। कहीं शादी के आड़ में तो कहीं सहायता के आड़ में। ये सीधा सीधा आदिवासियों का धर्मान्तरण का मामला है, इसे बंग्लादेशी घुसपैठ से सीधा सीधा संबंधित नहीं किया जा सकता है।
बंग्लादेशी घुसपैठ एक अलग समस्या है इसको आदिवासियों के धर्मान्तरण से जुड़ा समस्या नहीं माना जा सकता है और दोनों समस्या को एक साथ जोड़कर इसका बेहतर समाधान नहीं निकला जा सकता है।
बांग्लादेशी घुसपैठ से जिस तरह झारखंड की डेमोग्राफी प्रभावित हो रही है. इसलिए ये रुकना चाहिए उसी तरह आदिवासियों के धर्मान्तरण के कारण आदिवासी समुदाय चौतरफा मुस्किलों का सामना कर रहे हैं और गंभीर साजिश का शिकार हो रहे हैं , शोषित हो रहे हैं। ये भी रुकना चाहिए।
कुड़मि समुदाय पर भी हिंदुवाइजेशन का झुठा स्टांप लगाकर ही अब तक अनूसूचित जनजाति से बाहर रखा गया है और आदिवासी आबादी को कम करने की ये सबसे गंभीर साजिश है। ताकि आदिवासियों का आबादी कम कर लोकतंत्र में इनकी बड़ी आबादी प्रदर्शित और एकत्रित ना हो।
सरकार को चाहिए कि दोनों समस्या विकराल ना हो इसके लिए कठोर कानून बनाये और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेवार बनायें।