आंदोलन स्थल पर शांति से आंदोलनरत विस्थापितों को गिरफ्तार करना दूर्भाग्यपूर्ण- संजीव महतो
अदानी गोड्डा मामले में झारखंड सरकार व उनके विधायक मंत्री दोहरी चाल चल रहे
मुख्यमंत्री अदानी को मिलने बुला सकते लेकिन जन-समस्या पर चर्चा जरुरी नहीं समझते
अदानी विस्थापित रैयतों की मांग वाजिब। जिसको जमीन दिया उसी कंपनी में काम दो
अदानी का दलाल कौन और कैसे दलालों का नाम का उल्लेख करें माननीय
उपरोक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव संजीव कुमार महतो ने बताया उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार जनविरोधी सरकार है। इनके शासन में धरना प्रदर्शन पर जान तक लेने से बाज नहीं आ रहे। आखिर कबतक झारखंड सरकार जनता की आवाज दबाती रहेगी। शांति पूर्वक भुख हड़ताल और धरना दे रहे लोगों को गिरफ्तार करना लोकतंत्र का हनन है। राज्य सरकार अपने विधायकों मंत्रियों को भेजकर स्थानियों विस्थापितों प्रभावितों को धरना के लिए धरनार्थियों को उकसाते भी हैं और पुलिस भेजकर गिरफ्तार भी कराते हैं।
श्री महतो ने कहा है कि सरकार प्रशासन और अदानी प्रबंधन आंदोलन से संबंधित मुकदमा वापस ले और भू दाताओं को कांट्रेक्ट वर्कर ना रखकर उन्हें अदानी का स्थाई वर्कर बनाने हेतु पहल करे। उचित पहल नहीं कर आंदोलन कर रहे स्थानीय लोगों पर किसी प्रकार की दमनकारी कार्यवाही होती है तो इसके लिए अदानी मेनेजमेंट के साथ सरकार और प्रशासन भी दोषी होंगे। इसलिए आंदोलन कर रहे लोगों से सहानुभूति पूर्वक वार्ता कर उचित पहल हो । अगर ऐसा नहीं होता है तो आजसू पार्टी भी आंदोलन की ओर अग्रसर होगी।