सब कुछ मेरे हाथ में नहीं था’- टीम इंडिया से बाहर होने पर ईशान किशन ने बोले अपने दिल की बात
ईशान किशन ने पिछले साल साउथ अफ्रीका दौरे से अचानक नाम वापस ले लिया था और फिर BCCI के कई बार कहने पर भी रणजी ट्रॉफी खेलने नहीं पहुंचे. इसके बाद ही BCCI ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया और टीम इंडिया में उनकी वापसी पर सवाल खड़े हो रहे थे।
मुंबई इंडियंस ने IPL 2024 में खराब शुरुआत के बाद रफ्तार पकड़ ली है. पहले दिल्ली कैपिटल्स और फिर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ टीम ने लगातार मैचों में जीत दर्ज की. इन दोनों मैचों में मुंबई की जीत के स्टार तो दूसरे खिलाड़ी साबित हुए लेकिन जीत की कहानी में बड़ी भूमिका निभाई ओपनर ईशान किशन ने. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने दोनों मैचों में विस्फोटक बैटिंग की और T 20 वर्ल्ड कप के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज की पोजिशन के लिए दावा ठोक दिया. लेकिन ईशान किशन ने साफ कर दिया कि उनका ध्यान इस बात पर नहीं है क्योंकि ये उनके हाथ में नहीं है.
बेंगलुरु के खिलाफ वानखेडे स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में ईशान किशन ने सिर्फ 34 गेंदों में ताबड़तोड़ 69 रनो की पारी खेल दिए. अभी तक IPL 2024 में ईशान ने 5 पारियों में करीब 183 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 161 रन बनाए हैं. ईशान का ये प्रदर्शन ऐसे वक्त में आया है जब उनके इंटरनेशनल करियर पर सवाल खड़े हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने टीम मैनेजमेंट और सेलेक्टर्स के सामने अपना दावा ठोक दिया है.
BCCI ने किया बाहर
पिछले साल दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे पर अचानक ब्रेक लेने वाले ईशान किशन को इस साल की शुरुआत में BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया था. ब्रेक के दौरान रणजी ट्रॉफी खेलने का BCCI का आदेश नहीं मानने के कारण उनके खिलाफ ये एक्शन हुआ था. इसके बाद से ही टीम इंडिया में उनकी वापसी मुश्किल बताई जा रही थी. अब IPL में अपने दमदार प्रदर्शन से ईशान ने वापसी का दावा ठोका है.
हमे कुछ साबित नहीं करना
बेंगलुरु के खिलाफ विस्फोटक पारी खेलने के बाद ईशान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका ध्यान फिलहाल एक वक्त पर सिर्फ एक मैच पर है. ईशान ने साफ किया कि T 20 वर्ल्ड कप में सेलेक्शन उनके हाथों में नहीं है और वो इस वक्त चीजों को बेहद आसानी से लेते हुए आगे बढ़ रहे हैं. ईशान ने साथ ही कहा कि ऐसा कुछ नहीं है कि वो अपनी बैटिंग से किसी को कुछ साबित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल खुद पर दबाव डाले बिना सिर्फ अपने गेम को इंजॉय करने पर उनका ध्यान है.
सब कुछ खिलाड़ी के हाथ में नहीं होता
ईशान जब टीम से बाहर थे और बार-बार बोले जाने के बाद भी रणजी ट्रॉफी मैच खेलने नहीं पहुंचे, तो हर ओर से उनकी आलोचना हो रही थी. हर कोई उनके कमिटमेंट और एटीट्यूड पर सवाल खड़े कर रहा था. यहां तक कि उस वक्त वो नेशनल क्रिकेट एकेडमी में भी नहीं थे, बल्कि हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे थे. ईशान ने उन आलोचनाओं के जवाब में कहा कि ब्रेक के दौरान कई तरह की अफवाहें और बातें सोशल मीडिया पर की जा रही थी लेकिन लोगों को समझना चाहिए कि सब कुछ खिलाड़ी के हाथ में नहीं होता