चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच की परिस्थिति को बखूबी समझा लोकेश राहुल ने
IPL 2025 DC vs RCB: दिल्ली कैपिटल्स (DC) के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल इस आईपीएल सीजन में बिल्कुल सही समय पर लय में लौटते दिख रहे हैं. लगातार दूसरी बार ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीतते हुए उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह इस सीजन के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं |

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में राहुल ने 53 गेंदों पर नाबाद 93 रन की शानदार पारी खेली और अपनी टीम को चौथी लगातार जीत दिलाई. मैच के बाद पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में राहुल ने अपनी बल्लेबाजी रणनीति और विकेटकीपर की भूमिका को लेकर अहम बातें साझा कीं. उन्होंने कहा, “यह पिच थोड़ी मुश्किल थी, लेकिन विकेटकीपर के तौर पर 20 ओवर तक पीछे खड़े रहकर मुझे विकेट को समझने में मदद मिली. गेंद पिच पर रुक रही थी लेकिन गति एकसमान थी. मुझे पता था कि मुझे किस तरह की शुरुआत करनी है और फिर हालात के मुताबिक खेलना है |
164 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राहुल ने परिस्थिति को बखूबी समझा
164 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राहुल ने पिच की परिस्थिति को बखूबी समझा और अपनी टीम को 13 गेंद शेष रहते 6 विकेट से जीत दिला दी. दिल्ली की टीम ने 14.1 ओवर में 100 रन पूरे किए और 17.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. जीत के लिये 164 रन के लक्ष्य के जवाब में दिल्ली ने पांच विकेट 58 रन पर गंवा दिये थे लेकिन इसके बाद राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स ने टीम को जीत तक पहुंचाया. सीएसके के खिलाफ पिछले मैच में राहुल ने 77 रन की क्लास पारी खेली थी और अब आरसीबी के खिलाफ नाबाद 93 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई.
मेरा होमग्राउंड है और मैं इसे किसी और से बेहतर जानता हूं’
राहुल ने यह भी माना कि उन्हें एक जीवनदान मिला, लेकिन उन्होंने उसका पूरा फायदा उठाया. उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, “गिरा हुआ कैच मेरे लिए किस्मत का साथ था. यह मेरा होमग्राउंड है और मैं इसे किसी और से बेहतर जानता हूं.” अपनी तैयारी को लेकर राहुल ने बताया कि वह घंटों प्रैक्टिस नहीं करते, बल्कि मैच की परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढालने पर ज्यादा ध्यान देते हैं. राहुल ने आगे कहा, “मैं हमेशा अलग-अलग पिचों के अनुसार खुद को ढालने की कोशिश करता हूं. प्रैक्टिस में कई बार आउट हो जाता हूं लेकिन इससे यह समझ मिलती है कि कहां सिंगल लेना है और कहां छक्के लगाने हैं. मैं घंटों तक नेट्स में नहीं खेलता. जब लय नहीं मिल रही होती, तभी थोड़ा ज्यादा प्रैक्टिस करता हूं, वरना पिच को समझने की कोशिश करता हूं ताकि वह खेल का हिस्सा बन जाए.”
राहुल की यह पारी उनके लिए खास रही
राहुल की यह पारी उनके लिए खास रही क्योंकि यह उनके होमग्राउंड पर थी, जिसे वह अच्छी तरह से जानते हैं. राहुल ने यह भी बताया कि उन्हें मैदान के डाइमेंशन्स और गेम सिचुएशन्स की अच्छी समझ है, जिसका फायदा उन्हें अपनी पारी को बेहतर तरीके से गति देने में मिला. “इस पिच पर मुझे पता था कि मुझे कौन से गैप्स को टारगेट करना है. अगर मुझे बड़ा छक्का लगाना होता, तो मुझे पता था कि कौन सा एरिया चुनना है. विकेट के पीछे खड़े होकर मुझे यह भी समझ आ गया था कि बाकी बल्लेबाज कहां आउट हुए और कहां छक्के मारे.”