भारतीयों के लिए गर्व का पल न्यूयॉर्क में भी मनाया जायेगा अम्बेडकर जयंती
न्यूयॉर्क: अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क शहर ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस 14 अप्रैल को “अंबेडकर दिवस” के रूप में घोषित किया है।

न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर इसे आधिकारिक रूप दे दिया। यह घोषणा न केवल भारतीय मूल के लोगों के लिए गौरव का विषय है, बल्कि समानता और सामाजिक न्याय के विचार को वैश्विक मान्यता प्राप्त होने की दिशा में भी एक अहम पहल है। अंबेडकर के विचारों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने की इस पहल ने पूरे प्रवासी भारतीय समाज के अंदर उत्साह भर दिया है। इस पहल को लेकर अमेरिका में काम कर रहे मानवाधिकार संगठनों ने व भारतीय सामाजिक समूहों ने इसका स्वागत किया है। विशेष रूप से इस कदम को “समानता दिवस” के रूप में मानते हुए इसे सभी 50 राज्यों में लागू कराने की दिशा में प्रयास जारी हैं। अब तक 13 से अधिक अमेरिकी राज्यों में इसे अपनाया जा चुका है। संयुक्त राष्ट्र में भी अंबेडकर की जयंती को बड़े स्तर पर मनाया जाता है, जिसमें कई अंतरराष्ट्रीय संगठन, राजनयिक और नीति निर्माता हिस्सा लेते हैं।
कोलंबिया विश्वविद्यालय से शुरू हुई अंबेडकर की दुनिया की यात्रा
डॉ. अंबेडकर ने अपनी उच्च शिक्षा न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। यहीं से उनकी वैश्विक सोच और समाज परिवर्तन की भावना ने आकार लिया, जिसके बाद से उनकी प्रतिभा का चमत्कार पूरी दुनियां ने देखा था। जिसे आज पूरी दुनिया सम्मान दे रही है।
अंबेडकर दिवस को मान्यता देने में न्यूयॉर्क बना पहला बड़ा मेट्रो शहर
न्यूयॉर्क अमेरिका का पहला प्रमुख महानगर बना है जिसने आधिकारिक तौर पर अंबेडकर दिवस को मान्यता दी है। इससे यह संदेश गया है कि सामाजिक समानता के लिए अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायी हैं।